India Strikes Back: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। पर्यटकों की निर्मम हत्या के बाद भारत ने स्पष्ट कर दिया कि अब न आतंक बचेगा, न उसके संरक्षक। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है, और पाकिस्तान की हालत दिन-ब-दिन डर और बेबसी में बदल रही है।

India Strikes Back
एक ओर भारत हर मोर्चे पर अलर्ट है—जमीन, आकाश और समुद्र पर सुरक्षा तैनाती चाकचौबंद है—तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना रसद संकट से जूझ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के पास अब सिर्फ चार दिन (96 घंटे) तक युद्ध लड़ने लायक गोला-बारूद बचा है।
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पाकिस्तानी सेना की पूरी रणनीति तेज हमले पर आधारित है, लेकिन उसके पास न तो अब 155 मिमी के तोप के गोले हैं और न ही 122 मिमी के रॉकेट। हालत ये है कि पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री अब पुराने उपकरणों के सहारे है, और बढ़ती वैश्विक मांग के कारण नई सप्लाई कर पाने में असमर्थ है।
आश्चर्यजनक रूप से पाकिस्तान ने हाल ही में भारी मात्रा में गोला-बारूद यूक्रेन को बेच दिया, जिससे उसके अपने सैन्य भंडार लगभग खत्म हो गए। आर्थिक रूप से कमजोर पाकिस्तान में अब सेना का राशन घटाया जा रहा है, सैन्य अभ्यास बंद कर दिए गए हैं, और ईंधन की कमी से युद्धाभ्यास तक रुक गया है।
महंगाई चरम पर, विदेशी मुद्रा भंडार गिरता हुआ, और कर्ज के बोझ तले दबा पाकिस्तान अब युद्ध की बात करने से पहले अपने संसाधनों की तरफ देख भी नहीं पा रहा।
हथियारों की कमी और आर्थिक बदहाली के बावजूद पाकिस्तानी नेता लगातार परमाणु हमले की धमकियां दे रहे हैं। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, हनीफ अब्बासी और अन्य नेता लगातार भारत को धमका रहे हैं।
हाल ही में पाकिस्तान ने अब्दाली मिसाइल के परीक्षण का दावा किया है जिसकी रेंज 450 किलोमीटर है। वहीं उसके फाइटर जेट्स फॉरवर्ड एयरबेस पर तैनात हैं और सीमा पर लगातार निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही पाकिस्तान सीजफायर उल्लंघन कर रहा है—11 दिन से लगातार गोलीबारी चल रही है, जिसका मुंहतोड़ जवाब भारत दे रहा है।
भारत ने दिखाया सख्त रुख, लगाए कड़े प्रतिबंध
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर भी घेरना शुरू कर दिया है। भारत ने:
सिंधु जल संधि को निलंबित किया
पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए
पाकिस्तानी एयरलाइनों के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र बंद कर दिया
पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर रोक लगा दी
झंडा लगे जहाजों को भारतीय बंदरगाहों पर रोक दिया
भारत की इस नीति ने पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है।
22 अप्रैल को आतंकियों ने बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी—जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी। यह इलाका “मिनी स्विट्जरलैंड” कहलाता है और यहां सिर्फ पैदल या घोड़े से पहुंचा जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के बाद कहा, “आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। भारत की धरती पर खून बहाने वालों को पाताल से भी निकालकर सज़ा दी जाएगी।” इसके बाद लगातार सुरक्षा और कैबिनेट बैठकें हुईं, और कार्रवाई की रणनीति तय की गई।
नतीजा साफ है: भारत तैयार है, पाकिस्तान डरा हुआ है
“जो सरहदों पर सिर्फ बातें करता है, वो जंग में टिक नहीं पाता है,
भारत की चुप्पी ही काफी है, दुश्मन का डर जगाने के लिए।”
भारत की रणनीति साफ है—ना सिर्फ सीमाओं की रक्षा करनी है, बल्कि आतंक और उसके सरपरस्तों को जवाब देना है। पाकिस्तान की धमकियों के पीछे डर और लाचारी है, और भारत की तैयारी के पीछे दृढ़ संकल्प।
निष्कर्ष
पाकिस्तान की सेना गोला-बारूद की किल्लत, आर्थिक बदहाली और आंतरिक संकट से जूझ रही है। भारत ने आतंक का करारा जवाब देने की ठान ली है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पाकिस्तान को अलग-थलग किया जा रहा है। अब वक्त है कि दुनिया देखे—भारत आतंक के खिलाफ सिर्फ बोलता नहीं, करता भी है।