China Vs Taiwan :इस समय दुनिया में चारों तरफ युद्ध हो रहा है। अब तो ये आम चर्चा का विषय बन चुका है कि ताइवान और चीन के बीच किसी भी समय युद्ध शुरू हो सकता है। हाल में ही चीन ने युद्धाभ्यास भी किया। जिसके बाद ये तय हो चुका है कि ये युद्ध किसी भी वक्त शुरू हो सकता है। आज इस लेख यही बताएंगे कि ताइवान के आर्मी कितनी शक्तिशाली है और क्या वो चीन के सामने टिक पाएगा या फिर नहीं।
China Vs Taiwan
ताइवान की आर्मी कितनी बड़ी??
जब हम बात ताइवान के सेना का करे तो चीन के तुलना में काफी छोटा है जबकि ग्लोबल फायरपावर 2023 की रिपोर्ट अनुसार 145 देशों में चीन के पास तीसरी सबसे बड़ी सेना जबकि ताइवान 24 वें नंबर है। अगर हम कुल सैनिकों के बात करें तो चीन के पास 20 लाख 35 हजार सैनिक है,वहीं चीन के पास रिजर्व सैनिकों की संख्या 510000 है। वहीं ताइवान के पास महज 2 लाख 15 हजार सैनिक है। सैनिकों के मामले चीन से ताइवान काफी पिछे है।
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चीन का रक्षा बजट
जब बात हम चीन के रक्षा बजट का करे तो इस मामले में ताइवान चीन से काफी पिछे है। काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन के रिपोर्टों को मानें तो इस समय चीन का रक्षा बजट 224 अरब डॉलर जो कि ताइवान के रक्षा बजट के मुकाबले 12 गुना ज्यादा है। इस बात से भी आप समझ सकते हैं कि ताइवान और चीन का जंग हुआ तो इसमें कहीन ना कहीन चीन काफी आगे रहेगा क्योंकि चीन के पास सबसे ज्यादा धन और सेना भी है जो कि ताइवान के पास नहीं है।
चीन- ताइवान के बीच कौन आगे हथियारो के मामले में
हथियार और सैनिक | चीन | ताइवान |
सक्रिय सैनिकों की संख्या | 20,35,000 | 1,70,000 |
तोपों की संख्या | 9800 | 1200 |
जंगी जहाजों की संख्या | 139 | 57 |
लड़ाकू विमान | 1900 | 300 |
बॉम्बर और अटैक एयरक्राफ्ट | 450 | 0 |
पनडुब्बी | 71 | 2 |
(सोर्स: अमेरिकी रक्षा मंत्रालय)
इन सभी आंकड़ों देखने के बाद आप समझ चुकें हैं कि चीन – ताइवान के बीच कोई मुकाबला नहीं है। चीन ताइवान से कागज पर काफी ज्यादा मजबूत है।
एक बात जरुर ग़ौर कर लिजिए कि भले ही ताइवान चीन को हरा नहीं सकता है लेकिन चीन के हमले को धीमा जरुर कर सकता है।
अमेरिका दे सकता साथ ताइवान का साथ
ताइवान चीन का युद्ध हुआ तो उस परिस्थिति अमेरिका खुलकर युद्ध मैदान में आ सकता है। अगर ऐसा होगा तब समझ जाएं कि उसी दिन तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो जाएगा और ये निश्चित है क्योंकि अमेरिका अकेले नहीं आएगा बल्कि उसके सभी नाटो सदस्य देश साथ आएंगे। हालांकि अमेरिका वहीं खेल चीन के साथ भी खेल सकता जो कि वर्तमान में रुस के साथ खेल रहा है।
वो युक्रेन तरह ही ताइवान को भी हथियारों मदद करते रहेगा जिस से युद्ध लंबा चलता रहे और हथियारों को बेचकर अमेरिका पैसा भी ज्यादा कमा सकता है क्योंकि ताइवान अमीर देशों गिना जाता और अमेरिका ताइवान को एक बड़ा मार्केट तौर देख भी रहा है।
ताइवान में किसकी हुकूमत है?
इस समय ताइवान में किसकी हुकूमत चल रही है। जैसा कि आपको पता है कि चीन में तानाशाह शासन व्यवस्था है। हालांकि उसके उलट ताइवान में पुरी तरह से डेमोक्रेसी अर्थात लोकतंत्र है। हाल में ही ताइवान चुनाव हुआ और नये राष्ट्रपति तौर पर लाई चिंग-ते सपथ लिए है।