india alliance in Bihar : इस समय इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग लेकर विवाद चल रहा है। कुछ ऐसे सीटें जहां पर इंडिया गठबंधन के तीनों घटक दलों में लड़ाई चल रहा है। जहां तीनों दल अपने -अपने दावे नहीं छोड़ रहे हैं वहीं इंडिया गठबंधन एनडीए उम्मीदवार के नाम का इंतजार भी कर रहा है इसका बड़ा कारण ये है कि एनडीए में ऐसे कई चेहरे जो कि विधायक थें लेकिन सांसद बने के सपने देख रहे लेकिन उनके अपेक्षाएं इस लोकसभा चुनाव में पुरी नहीं होगी क्योकि वो जिस सीट से लड़ना चाहते है वो सीटें बीजेपी के स्थान पर जदयू और एनडीए के अन्य सहयोगी दलों को चला गया है। ऐसे में BJP के उस असंतुष्ट खेमें के विधायक को टिकट देकर तेजस्वी यादव नीतीश के सरकार को अल्पमत लाने के तैयारी कर रहे हैं जैसा कि हमने इंड टॉक के यूयूट्यूब चैनल पर स्पष्ट तौर बता दिया था कि लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश का खेल खत्म हो जाएगा उसी करी में आप इस राजनीति को देख सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश गेम्स को बीजेपी ही समाप्त कर देगा लेकिन अब तेजस्वी इस खेल को अपने तरीके से खेलना चाहते हैं और अपनी सरकार बनाना चाहते हैं ।
india alliance in Bihar

इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग
इंडिया गठबंधन में सीटों का लगभग सबकुछ फाइनल है। महागठबंधन के अंदरूनी सुत्रो कहा कि लगभग ये बात तय हो चुका है कि कौन कहां से उम्मीदवार होगा। लेकिन इस समय बेगुसाराय और कटिहार सीट का मामला फंसा हुआ है। आरजेडी कटिहार से लड़ना चाहता है और कटिहार मेडिकल कॉलेज के संस्थापक अशफाक करीम साहब को चुनाव लड़वाना चाहता जबकि कांग्रेस तारिक अनवर जो कि परंपरागत तौर पिछले कई सालों से कटिहार से उम्मीदवार रहते है। लेकिन इस बार ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई चल रहा जहां पार्टी एक के खेमा तौकीर आलम को टिकट दिलाना चाहता है वहीं ऐसी खबरें भी चल रहा है कि तारिक अनवर इस समय अस्वस्थ भी चल रहें इस कारण से उनके चुनाव लड़ने पर शंका हो रहा लेकिन अभी भी ऐसी कोई ख़बर तारिक अनवर या कांग्रेस पार्टी तरफ़ से नहीं आया है कि तारिक साहब स्वस्थ नहीं है। हालांकि ऐसी खबरें लगातार ही कटिहार में चल रहा है कि तारिक अनवर स्वास्थ्य के समस्या से जुझ रहे लेकिन इसमें सच्चाई कितना ये हमें नहीं पता है।
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तारिक नहीं होंगे उम्मीदवार तो आरजेडी लड़ेगा
ऐसे में अगर तारिक अनवर मैदान में नहीं रहेंगे तब आरजेडी कटिहार का सीट तौकीर आलम के लिए शाय़द ना छोड़े इसकी बड़ी वजह है कि तौकीर आलम लगातार दो बार से विधानसभा चुनाव लड़ें लेकिन उसमें उन्होंने सफलता नहीं मिला है, वैसे तो कटिहार में हर मिनट अफवाह का बाजार गर्म चल रहा जहां कुछ लोग तौकीर आलम के टिकट फाइनल होने के बात कर रहे वहीं कुछ लोग आरजेडी नेता अशफाक करीम के टिकट फाइनल होने के खबर दे रहे हैं लेकिन इन सभी में तारिक अनवर के खेमा एकदम खामोश है खबरें यहां तक है कि कांग्रेस किसी भी कीमत में कटिहार को नहीं छोड़ना चाहता है वहीं दुसरे तरफ़ आरजेडी उन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता जहां पर जदयू चुनाव लड़ रहा है ।
कटिहार आरजेडी नेता का दावा
कटिहार ज़िले के बड़े आरजेडी नेता ने बड़ा दावा किया है कि कटिहार लोकसभा सीट से अशफाक करीम साहब टिकट मिल चुका है। जो कि इस पहले आरजेडी के राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं। उन्होंने स्वस्थ्य क्षेत्र में कटिहार को बड़ा वरदान कटिहार मेडिकल कॉलेज रूप में दिए ऐसे में अगर वो कटिहार से आरजेडी के उम्मीदवार होते तो जदयू के लिए कटिहार जितना कठिन हो जाएगा।
इस पहले भी जब 2009 में युपीए से अलग होकर लालू और पासवान मिले तो कटिहार से अशफाक करीम लोजपा से उस समय उम्मीदवार बने तब उन्होंने लगभग 50 हजार वोट आया लेकिन उस समय तारिक अनवर भी मैदान में थे जिन्हें कटिहार में किसी सिब्बल की जरुरत नहीं है लेकिन इस बार अशफाक करीम महागठबंधन यानी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं तो ऐसे परिस्थिति बदल सकता और जदयू के लिए अशफाक करीम साहब से जितना कठिन हो सकता है वहीं बीजेपी के कार्यकर्ता भी जदयू को टिकट देने से नाराज़गी चल रहा हैं, ऐसे में राजद और महागठबंधन के लिए कटिहार जीतना आसान हो सकता है।
बेगूसराय किसे मिलेगा?

कटिहार के तरह बेगुसराय भी चर्चा में ख़बर यहां तक है कि कांग्रेस इस सीट के लिए दावेदारी कर दिया है लेकिन समस्या ये है कि सीपीएम माले ने भी बेगूसराय से अपना मजबूत दावा किया है जिसे आरजेडी नजरांदाज नहीं कर सकता है, वैसे भुमिहारों के बहुमत वाले इस लोकसभा सीट में कांग्रेस कन्हैया कुमार लड़वाना चाहते हैं लेकिन तेजस्वी कन्हैया कुमार को पसंद नही करते है।ऐसे में ये सीट वामपंथी दलों के भी खाते जा सकता है वैसे कांग्रेस 11 सीटों पर दावेदारी किया लेकिन राजद मात्र 6 से 7 सीटें देने के लिए तैयार है।
बीजेपी विधायकों के अलग खेमा बैठक
बिहार के सियासत कब क्या हो जाएं ये कोई नहीं जानता लेकिन ऐसी खबरें हैं कि बीजेपी के 12 विधायकों की अलग खेमा बनाकर बैठक हुई है और उस बैठक में वो सभी विधायक शामिल रहे जिन्हें लोकसभा चुनाव लड़ना ऐसे में इंडिया गठबंधन अपने लिस्ट जारी करने से पहले ये देख रहा हैं कि एनडीए में कौन से विधायक अपने पार्टी बदल सकते या फिर नहीं बदल सकते हैं। लेकिन इस बार बिहार में जदयू के ज्यादा सीटें देने से बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं गहरा नाराजगी है जिसका फायदा इस समय महागठबंधन उठाने का तैयारी कर रहा है ऐसी भी खबरें हैं कि तेजस्वी यादव के नज़र में जदयू बीजेपी के 8-10 से विधायकों पर अगर सबकुछ प्लान अनुसार हो गया इन विधायकों को राजद टिकट देकर लोकसभा चुनाव लड़वा सकता है।
एनडीए नाराज़ सहयोगी दलों मिल सकता मौका
वहीं ऐसी खबर सामने आ रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा और पशुपति पारस जो कि इस समय एनडीए से नाराज़ चल रहे वो इंडिया गठबंधन तरफ़ आ सकतें और ऐसी खबरें हैं कि VIP इंडिया गठबंधन में आ सकता है। खैर हमें इंतजार करना पड़ेगा अधिकारिक तौर पर सीट शेयरिंग का ऐलान का।