bihar lok sabha: चुनाव आयोग ने 2024 की रणभूमि के बिगुल बजा दिया। इस समय बिहार में एनडीए और इंडिया के गठबंधनो में अपने सहयोगी दलों से सीट शेयरिंग के विषय पर चर्चा चल रहा है तो आज हम आपको बताएंगे कि एनडीए में सीट शेयरिंग मुद्दे बात कहा तक पहुंच सका। जहां तक हमारे पास सुत्रो के हवाले से खबर तो जदयू अपने कुछ जीते हुए सीट का अदला बदली बीजेपी के साथ कर सकता है। जिन सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार चुनाव जीत सकते उन सीटों को जदयू छोड़ सकता है अंदरूनी रिपोर्ट देखें तो जदयू के जीतें हुए कुछ सीटों पर हार का ख़तरा जिसमें प्रमुख रुप से कटिहार लोकसभा सीट है।
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एनडीए के बड़े नेता का दावा
एनडीए से जुड़े एक बड़े नेता नाम ना छापने के शर्त पर दावा किया है कि जदयू -बीजेपी के बीच सबकुछ फाइनल हो चुका है, बस कुछ ऐसे सीटें जिसे जदयू के साथ बीजेपी अदला बदली करना चाहते हैं लेकिन जदयू उनमें से कुछ सीटों को छोड़ना नहीं चाहता है उसी विषय पर लगातार बैठक चल रहा है। ऐसी खबरे सामने आ रहा है कि सोमवार या मंगलवार शाम तक सीट शेयरिंग का लिस्ट सामने आ जाएगा। एनडीए जुड़े बड़े नेता ने यहां तक कह दिया कि जब सीट शेयरिंग होगा तो उसमें कई बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकता जो सीटें पहले जदयू को मिला था वो अब बीजेपी को मिलता नजर आ सकता है। जिन सीटों पर जिसके जीतने उम्मीदें ज्यादा है उन सीटों पर वहीं लड़ेगा।
Bihar India alliance seat sharing : बिहार में इंडिया गठबंधन में सीटों शेयरिंग क्या रहेगा
कटिहार किसे टिकट मिलेगा??
बिहार के कटिहार जिला जो कि एक समय बिहार के उद्योग नगर के तौर जाना जाता यहीं वो सीट जो कि इस समय एनडीए और इंडिया गठबंधनो में लड़ाई प्रमुख कारण बन चुका है क्योंकि हर पार्टी को कटिहार चाहिए चाहे कोई दल रहें। इस सीट को हर दल अपना बनाना चाहता है लेकिन एनडीए इस समय बीजेपी में अपना दावा मजबूती कर रहा, इसका बड़ा कारण है कि कटिहार बीजेपी का एक समय किला रहा इसलिए बीजेपी इसे छोड़ना नहीं चाहता है।
इस समय के परिस्थिति देखें तो ऐसा हो सकता है कि कटिहार सीट से बीजेपी का उम्मीदवार हो सकता है। बीजेपी के कार्यकर्ताओ स्पष्ट तौर पर कहते हैं कि इस बार अगर जदयू को टिकट मिला तो जदयू के उम्मीदवार वोट नहीं देंगे। बीजेपी एक कार्यकर्ता ने कहा कि पार्टी हमारे बातो को नहीं सुनती हैं तो हम इस बार एनडीए उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करेंगे और अपना वोट भी नोटा को देंगे। कुछ बीजेपी कार्यकर्ता ने एक ख़ास उम्मीदवार का नाम लेते हुए कहा कि वो निर्दलीय लड़ेंगे और इस बार कटिहार से कोई निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतेगा। लेकिन हम लोग किसी भी कीमत पर जदयू के उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे तो ऐसे भी बीजेपी कार्यकर्ता मिलें जो यहां तक कह दिए कि इंडिया गठबंधन को वोट दे देंगे लेकिन जदयू को नहीं देंगे। खैर अब इंतजार करना पड़ेगा टिकट का ऐलान।
बिहार प्रदेश कमेटी से कटिहार से दो नाम गया दिल्ली
गुप्त सुत्रो से पता चला है कि बिहार बीजेपी के प्रदेश कमेटी तरफ़ से दो नामों को भेजा गया है वो दो नाम था अमरेंद्र बागी और अशोक कुमार अग्रवाल यही दो नामों को प्रदेश कमेटी तरफ़ से दिल्ली चला गया है। बताया जाता है कि अगर बीजेपी को कटिहार लोकसभा सीट मिला तो फिर बीजेपी के उम्मीदवार इन्हीं दो नामों में से कोई एक हो सकता है। वैसे बीजेपी चौंकाने वाले फैसले लेना माहिर लेकिन जदयू मानें को तैयार नहीं और ना ही जदयू कटिहार लोकसभा सीट छोड़ना चाहता है। लेकिन जो अंदरूनी रिपोर्ट उसे मानें तो अगर कटिहार जदयू नहीं छोड़ता तो एनडीए का कटिहार में हार तय है। ख़बर यहां तक इसी कारण से जदयू कटिहार छोड़ सकता और बदले में झारखंड में सीट मांग सकता है। जिसे बीजेपी देने के लिए तैयार है।
जिन सीटों मतभेद जदयू के सिंबल बीजेपी का उम्मीदवार
जिन सीटों पर बीजेपी और जदयू के बीच पेज फंसा या फिर स्थानीय बीजेपी के कार्यकर्ता की नाराज़गी उन सीटों पर नीतीश का कहना है कि उस सीट पर सिंबल मेरा होगा लेकिन उम्मीदवार बीजेपी का ,लेकिन बीजेपी का कहना है की नही उम्मीदवार भी हमारा और सिंबल भी हमारा होगा। असल मायने में नीतीश कुमार अपने हिस्से के सीट को नहीं छोड़ना चाहते इसके अलावा और भी कई और विषय जिस कारण से एनडीए में मतभेद हैं जिसके लिए नीतीश कुमार स्वयं दिल्ली पहुंच चुकें ऐसी भी खबर है कि एक अच्छा संदेश देने के लिए एनडीए के सभी पार्टी एक साथ अपने सीटों का ऐलान मिडिया सामने कर सकता है।