मोकामा गैंगवार:बिहार के मोकामा में हुई गैंगवार और फायरिंग के मामले में बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। अनंत सिंह ने पटना जिले के बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। बताया जा रहा है कि सरेंडर के बाद उन्हें बेऊर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी मामले में कुख्यात सोनू गैंगस्टर ने भी पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था।
मोकामा गैंगवार
अनंत सिंह ने कैसे किया सरेंडर?
अनंत सिंह मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ बाढ़ कोर्ट पहुंचे और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। इससे पहले, गैंगवार और फायरिंग मामले में पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थीं।
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क्या है पूरा मामला?
22 जनवरी को मोकामा में अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच जबरदस्त गैंगवार हुआ था। इस दौरान लगभग 70-80 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। हालांकि, उनके एक समर्थक को गोली लगने की खबर है।
ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग ने बताया कि फायरिंग के बाद पंचमहाल थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें से एक केस स्थानीय ग्रामीण के बयान पर सोनू-मोनू के खिलाफ दर्ज किया गया, जबकि सोनू-मोनू की मां उर्मिला देवी ने अनंत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया। तीसरी एफआईआर पुलिस ने खुद दर्ज की, जिसमें फायरिंग और पुलिस के काम में बाधा डालने का मामला शामिल है।
पप्पू यादव का बयान
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “यहां पहले गोलियां चलती हैं, फिर अपराधी मीडिया को इंटरव्यू देते हैं। पुलिस कहां है? राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। थानेदार मस्ती में हैं और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।”
गैंगवार का असर
फायरिंग के इस मामले ने पूरे बिहार को हिला दिया है। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
अनंत सिंह का इतिहास
अनंत सिंह बिहार के बाहुबली नेताओं में से एक हैं और लंबे समय से विवादों में घिरे रहे हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। मोकामा गैंगवार में उनकी भूमिका ने एक बार फिर उन्हें चर्चा में ला दिया है।
अनंत सिंह पर तेजस्वी यादव का बयान
बिहार के मोकामा में पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हुई फायरिंग की घटना के बाद, राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों पर नियंत्रण करने में विफल रही है।
तेजस्वी यादव के इन बयानों के जवाब में, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार करते हुए पूछा कि अनंत सिंह को टिकट किसने दिया था। उन्होंने तेजस्वी यादव पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि जब अनंत सिंह उनके साथ थे, तब वे चुप थे, लेकिन अब सवाल उठा रहे हैं। इस बीच, उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्वी यादव के बयानों की आलोचना की और कहा कि विपक्ष केवल राजनीति कर रहा है, जबकि सरकार ने घटना के बाद तुरंत कार्रवाई की है।
घटना के बाद, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर सोनू समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी जारी है।