Loksabha elections 2024: पीएम नरेंद्र मोदी संसद में ये कहते हैं कि इस बार 370 सीटें जीतने जा रहे हैं। तब आपके मन में भी ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर ये 370 सीटें कैसे आएगा, क्योंकि 345 सीटें ही जहां पर बीजेपी का वजूद है यूं कहिए कि बीजेपी के लिए ये रास्ता काफी कठिन है। लेकिन नरेंद्र मोदी ये कहते हैं कि वो 370 सीटें जीतने जा रहें और आखिर कहां से इतने सीटें आने वाला है।
Loksabha elections 2024
2019 बीजेपी के आंकड़ों को
जब 2019 के लोकसभा चुनाव पर आते हैं तो उस समय के बात करें तो बीजेपी ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था उसमें बीजेपी को 303 सीटों पर सफलता मिला था। इस चुनाव में बीजेपी को जिन सीटों पर जमानत जब्त हुआ वो सीटें दक्षिण के राज्यों का ही ज्यादातर था। लेकिन एक बात पर गौर करना ज़रूरी है कि बीजेपी का सीधा मुकाबला जैसे कांग्रेस से होता तो उसके सीटें बढ़ता लेकिन जब वो मुकाबला क्षेत्रीय दलों से होता है तब बीजेपी के लिए रास्ता कठिन हो जाता है।
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कांग्रेस बनाम बीजेपी का आंकड़ा
जब भी कांग्रेस – बीजेपी का सीधा जंग होता तब कहानी ये होता है कि बीजेपी बड़े आसानी से जीत जाता और कांग्रेस को हरा देता है पिछले दो लोकसभा चुनाव के आंकड़े इस बात की गवाही देता है कि जब कांग्रेस – बीजेपी आमने-सामने होता तब कहानी पुरी तरह से पलट जाता है। 2014 में जब मोदी के नाम पड़ ही चुनाव लड़ा गया था तब 189 सीटों पर बीजेपी - कांग्रेस के बीच आमने-सामने होता है तब 166 पर बीजेपी जीती और केवल 23 पर कांग्रेस जीती। वहीं जब 2019 में कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने होता है तब 192 जीती सीटें था लेकिन इस बार भी कांग्रेस और बीजेपी में मुकाबला एकतरफा रहा और बीजेपी जीत गया। इस बार बीजेपी 176 सीटों पर जीत हासिल किया जबकि कांग्रेस केवल 16 सीट पर जीत सका इस बार मोदी लहर के साथ ही राष्ट्रवाद के भी लहर था।
वहीं जब हम क्षेत्रीय दल और बीजेपी से सीधा मुकाबला होता तब कहानी पलट जाता है और बीजेपी फंसी नज़र आती है। इसके लिए आपको पिछले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखना पड़ेगा। 2019 में भाजपा – क्षेत्रीय दलों के बीच 185 सीटों पर सीधा मुकाबला होता उसमें भाजपा 128 सीटों पर जीती जबकि क्षेत्रीय दलो के बात करें तो 57 पर जीती है यहां पर कई सीटों मुकाबला क़रीब था। सीधे शब्दों कहें तो क्षेत्रीय दल से जब भी बीजेपी का सीधा मुकाबला होता है तो मोदी लहर बेअसर हो जाता है। इसलिए अगर इस बार इंडिया गठबंधन के साथ क्षेत्रीय दल मजबूती से बना रहा तो मोदीजी के लिए रास्ता कठिन हो जाएगा।
जब भी पीएम 370 कहते हैं तो वो ज़मीनी हकीकत से काफी दुर हो रहें हैं , क्योंकि धरातल पर इस समय बीजेपी के लिए चार राज्यों में काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है जहां पर बीजेपी का जीतना कठिन हो सकता है। वो चार राज्य बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल और कर्नाटक ये वो चार राज्य है जहां बीजेपी के लिए रास्ते कठिन है। ये बातें बीजेपी के अंदरूनी रिपोर्ट में सामने आया है कि इन चार राज्यों में बीजेपी को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। अगर इन चार राज्यों में चुनाव पहले तस्वीरें नहीं बदली तो कहीं ऐसा ना हो जाएं कि मोदीजी 370 छोड़िए 272 तक पहुंचना भी कठिन हो जाएं , बीजेपी के अंदरूनी रिपोर्ट अनुसार बिहार में 25-30 सीटें आ रहा वो नीतीश के साथ आने के बाद, बंगाल में बीजेपी को 15 सीटें मिल रहा, महाराष्ट्र शिवसेना एनसीपी तोड़ने के बाद 20-25 सीटें मिल रहा और कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बने कारण यहां पर भी बीजेपी के लिए रास्ते कठिन, यहां पर बीजेपी के अंदरूनी सर्वे अनुसार 20 सीटें मिल रहा है। जबकि पिछले बार 25 सीटें मिला था। इन चार राज्यों में बीजेपी को काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। खैर हमें अभी इंतजार करना पड़ेगा।