दिल्ली चुनाव 2025: फालौदी सट्टा बाजार के नए अनुमान – AAP और BJP में कांटे की टक्कर, कौन है आगे?

Shubhra Sharma
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दिल्ली चुनाव 2025
दिल्ली चुनाव 2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। 5 फरवरी को राजधानी के मतदाता अपने अगले मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे। नामांकन प्रक्रिया 20 जनवरी को समाप्त हो गई है और कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।

दिल्ली चुनाव 2025

चुनावी जंग में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP), विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच है। जहां AAP तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, वहीं BJP लगभग तीन दशक बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। कांग्रेस, जो पिछले चुनावों में हाशिए पर थी, इस बार मजबूती से वापसी करने की कोशिश कर रही है।

दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली चुनाव को लेकर फालौदी सट्टा बाजार (राजस्थान का प्रसिद्ध सट्टा बाजार) ने भी अपने अनुमान जारी किए हैं। सट्टा बाजार राजनीतिक माहौल का बारीकी से अध्ययन कर सीटों का अनुमान लगाता है और यह कई बार सही साबित हुआ है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: मुख्य मुद्दों से भटके दिल्ली के चुनावी मुद्दे

फालौदी सट्टा बाजार के ताजा अनुमान – कौन है आगे?

आम आदमी पार्टी (AAP)

पिछले दो चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने वाली AAP इस बार भी बहुमत के करीब नजर आ रही है।

2015 में: AAP ने 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

2020 में: पार्टी ने 62 सीटें जीतीं।

2025 के चुनाव में शुरुआती अनुमान: 37-39 सीटें।

नया अनुमान (फालौदी सट्टा बाजार): 39-41 सीटें।

हालांकि AAP को भ्रष्टाचार के आरोपों, विकास के अभाव और एंटी-इंकम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी पार्टी की लोकप्रिय योजनाएं जैसे कि मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं इसे मजबूत स्थिति में बनाए हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (BJP)

दिल्ली में BJP को सत्ता से बाहर हुए लगभग तीन दशक हो गए हैं। पार्टी ने AAP की नीतियों को टक्कर देने के लिए लोकलुभावन वादों की झड़ी लगाई है।

1993: BJP ने दिल्ली में आखिरी बार चुनाव जीता था।

2025 के चुनाव में शुरुआती अनुमान: 25-35 सीटें।

नया अनुमान (फालौदी सट्टा बाजार): 29-31 सीटें।

हालांकि BJP ने अपने प्रचार अभियान को आक्रामक तरीके से चलाया है, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में एक स्पष्ट चेहरा न होने और AAP की मजबूत योजनाओं के कारण पार्टी बहुमत के 36 सीटों के आंकड़े तक पहुंचने में पिछड़ती दिख रही है।

कांग्रेस

दिल्ली की राजनीति में कभी प्रमुख भूमिका निभाने वाली कांग्रेस इस बार सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

2020 चुनाव में: कांग्रेस को शून्य सीटें मिली थीं।

2025 के शुरुआती अनुमान: 3 सीटें।

नया अनुमान (फालौदी सट्टा बाजार): कोई नई सीट नहीं।

कांग्रेस की वापसी की संभावनाएं कमजोर नजर आ रही हैं, लेकिन पार्टी ने अंतिम समय में प्रचार तेज कर दिया है।

दिल्ली चुनाव 2025 का कार्यक्रम

मतदान: 5 फरवरी 2025
मतगणना: 8 फरवरी 2025
विधानसभा का कार्यकाल समाप्त: 23 फरवरी 2025

699 उम्मीदवार मैदान में, AAP और BJP आमने-सामने

दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर इस बार कुल 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। AAP और कांग्रेस ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। BJP ने 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) ने 1-1 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं।

चुनाव के प्रमुख मुद्दे
आम आदमी पार्टी (AAP):

मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा जैसी योजनाओं का प्रचार।

दिल्ली के सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों में सुधार।

विपक्षी दलों द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना।

भारतीय जनता पार्टी (BJP):

AAP सरकार की भ्रष्टाचार और विकास की कमी को लेकर आलोचना।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के सहारे वोट जुटाने की कोशिश।
नगर निगम (MCD) में हाल ही में मिली जीत को भुनाने का प्रयास।

कांग्रेस:

पुरानी नीतियों और अनुभव का प्रचार।

AAP और BJP दोनों को विकल्प के रूप में पेश करने की कोशिश।

क्या कहता है फालौदी सट्टा बाजार?

AAP: 39-41 सीटें (बहुमत की ओर बढ़त)।
BJP: 29-31 सीटें (बहुमत से 5-6 सीटें पीछे)।
कांग्रेस: कोई सीट नहीं।

नतीजों पर नजर

8 फरवरी को आने वाले नतीजे तय करेंगे कि दिल्ली की गद्दी पर तीसरी बार AAP काबिज होगी या BJP सत्ता में वापसी करेगी। हालांकि फालौदी सट्टा बाजार के अनुमान AAP को बढ़त दिखा रहे हैं, लेकिन असली तस्वीर मतदान के बाद ही साफ होगी।

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