Bihar Loksabha elections:बिहार के सियासत फिर से करवत बदलने के लिए नीतीश कुमार तैयारी कर रहे हैं। ऐसी खबरें हैं कि हवाओं के रुख शाय़द नीतीश पहचान चुकें हैं इसलिए नीतीश एक बार फिर से पलटी मारेंगे ऐसे खबरे अब पटना के गलियारों आम सी हो गई है।
Bihar Loksabha elections
फिर से पलटी मारेंगे नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब किस खेमें जाएंगे ये कोई नहीं जानता है ऐसा भविष्यवाणी करना बड़े बड़े राजनीतिक पंडित के लिए कठिन हो जाता है कि नीतीश कुमार कब पलटेंगे। लेकिन इंड टॉक के यूयूट्यूब चैनल पर स्पष्ट तौर उसी समय बता दिया था जब नीतीश पलटीं मारे थें। अब सुत्रो के हवाले ऐसी खबरें सामने आ रहा है कि जो ललन सिंह कलतक जदयू को तोड़ने का प्लान बना रहे वहीं ललन सिंह अब एक बार फिर से नीतीश के उतने क़रीबी बन चुकें जितना कि उस समय जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी सीधे शब्दों कहें तो लोकसभा इलेक्शन बाद बीजेपी ही नीतीश को हटाने का प्लान तैयार कर चुका इसलिए नीतीश अपने बड़े भाई लालू के साथ लगातार संपर्क में हैं और ऐसी खबरें हैं कि लोकसभा चुनाव के कुछ दिन या फिर कुछ महीनों के बाद नीतीश फिर से पलटी मारेंगे।
गैरों क्या जरूरत जब अपने ही नाव डुबा रहें।
रोहिणी आचार्य ने किया बड़ा दावा
रोहिणी आचार्य बोली कि 20 साल से उनकी ही सरकार चल रही है। इसमें पलटू चाचा इधर-उधर पलटते रहते हैं। जब-जब उधर ईडी, सीबीआई टाइट करती है, तो कूद के इधर आ जाते हैं कि भैया लालू यादव बचा लो, नहीं तो मेरी सब पार्टी खा जाएगा। अभी उधर टाइट किया है तो उनकी हवा टाइट है, फिर इधर भागने के फिराक में लगे हुए हैं। लेकिन इस बार मेरे घर की तरफ से नो एंट्री का बोर्ड लग गया है। वैसे रोहिणी के ये हैरान करने वाला नहीं इस समय नीतीश के मन सबसे बड़ा खौफ यही अगर सच में 400 ज्यादा सीटें आता है या फिर पुर्ण बहुमत के सरकार के साथ मोदी वापस आते हैं तो फिर जदयू का कहानी सदा के लिए समाप्त हो जाएगा और बिहार में पहली बार बीजेपी का मुख्यमंत्री बन सकता है।
2020 का बदला लेने के लिए नीतीश आएं गठबंधन
ऐसी खबरें हैं कि 2020 का बदला लेने के लिए नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन के हिस्सा बनें थें क्योंकि 2020 में जब चिराग मॉडल को लाएं गया जिससे जदयू के सीटों संख्या कम हुइ उस समय मैंने इस बात खुलासा किया और कहा था कि चिराग़ जरिए नीतीश को चक्रव्यूह बीजेपी ने घेरा था, वो बातें जब चुनाव के नतीजे आ गये तो बिल्कुल सही साबित हो गया। आज समय में वहीं चक्रव्यूह इस्तेमाल नीतीश कुमार ने बीजेपी खिलाफ किया। नीतीश कुमार के सबसे बड़ी कामयाबी ये रहा है कि पिछले बार जीतने सीटों पर बीजेपी लड़ा उतने सीट दिया गया और खासकर इस बार जिन सीटों पर बीजेपी लड़ा उसमें कुछ सीटों पर जदयू ने पुरा नुकसान पहुंचाया है। वहीं बीजेपी भी इस मामले पिछे नहीं है , बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी जदयू सीटों पर वोटों को काफी बिगाड़ा है। कुछ लोग यहां तक कह रहे हैं कि अप्रत्यक्ष तौर पर कई सीटों पर बीजेपी और आरजेडी का गठबंधन हो चुका है जहां पर ये दोनों ही दल एक दुसरे के मदद कर रहे हैं।