Assembly elections 2023: छत्तीसगढ़ में इस किसकी सरकार chhattisgarh chunav पर में सामने आया चौंकाने वाला सर्वे

Shashikant kumar
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Assembly elections 2023

Assembly elections 2023: छत्तीसगढ़  के स्थापना काल से लगातार तीन बार बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने में कामयाब रहीं लेकिन वहीं बीजेपी पिछले चुनाव में बुरी तरह से परास्त हो गई और वहां पर कांग्रेस सरकार बन गई। 2018 में जब छत्तीसगढ़ राजनीति में सफलता मिली तो उसका बड़ा कारण था कि भुपेश बघेल जो कि कांग्रेस अध्यक्ष बनें के बाद से ही लगातार एक्टिव रहें उन्होंने कांग्रेस पार्टी  को पुरी तरह से बदल दिया और छत्तीसगढ़ से बीजेपी के सत्ता से उखाड़ कर फेंक दिया। इस बार छत्तीसगढ़ में पहला चरण का वोटिंग 7 नवंबर को हैं। 

छत्तीसगढ़ में पिछले चुनाव के नतीजे

छत्तीसगढ़ में पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को क़रीब 

43 प्रतिशत वोट शेयर मिला वहीं बीजेपी को क़रीब 32 प्रतिशत वोट शेयर मिला है। यानी कांग्रेस और बीजेपी के बीच वोट शेयर करीब 10 प्रतिशत का अंतर रहा है, पहली बार छत्तीसगढ़ में ऐसी परिस्थिति देखने मिला। 

छत्तीसगढ़ जातिगत समीकरण

जब छत्तीसगढ़ के राजनीति बात आती यहां पर शुरू से ही जातिगत राजनीति देखने को मिलता है। जिस पार्टी ने इस कार्ड को सही चला, वो जीतने में कामयाब रही है. छत्तीसगढ़ में लगभग 32 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की है, करीब 13 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति वर्ग की और करीब 47 प्रतिशत जनसंख्या अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की है. अन्य पिछड़ा वर्ग में करीब 95 से अधिक जातियां शामिल हैं।‌ छत्तीसगढ़ विधानसभा की 51 सामान्य सीटों में से करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर अनुसूचित जाति वर्ग का दबदबा है। मैदानी क्षेत्रों की ज्यादातर सीटों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की भी भारी संख्या है। इस बात से आप समझ सकते हैं छत्तीसगढ़ के जाति फेक्टर कितना महत्वपूर्ण हो जाता है।

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बीजेपी का आदिवासी कार्ड

बीजेपी इस बार छत्तीसगढ़ में आदिवासी कार्ड खेल रहीं है जैसा कि आप जानते हैं कि छत्तीसगढ़ के राजनीति जाति आधारित ही होती है, छत्तीसगढ़ में कुल सीटें 90 है और सरकार बनाने के लिए 46 सीटें चाहिए। जबकि आदिवासी समाज के लिए छत्तीसगढ़ में 29 सीटें आरक्षित इस बात से समझ लिजिए कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी जिसे चाहेंगे उसे मुख्यमंत्री बना सकते हैं। लेकिन एक बात गौर करने वाले ये भी है कि छत्तीसगढ़ में आजतक कोई आदिवासी मुख्यमंत्री नहीं बन पाया है। पिछले बार सरकार जानें के प्रमुख कारण यहीं था कि आदिवासियों में रमन सिंह सरकार के प्रति गहरा नाराजगी था जिसे भाजपा वक्त रहते नहीं समझ पाई और बीजेपी को झटका लग गया।  असल में 2018 में रमन सिंह के शासन काल के दौरान सलमा जडुम कार्यक्रम था जिसे लेकर आदिवासी समाज में गहरा नाराजगी थी‌,बाद में कोर्ट ने रोक लगा दिया था‌‌ लेकिन इस बार सीएम का चेहरा रमन सिंह के नहीं होने कारण हो सकता है कि आदिवासी समाज का नाराजगी दुर हो जाएं।

बीजेपी का ओबीसी कार्ड

इस बार बीजेपी ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव में मैदान नही उतारा है और अबतक बीजेपी ने कुल 85 उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो जिसमें अबतक 28 सीटों  पर ओबीसी उम्मीदवार को उतारा है और चार ओबीसी उम्मीदवार को बीजेपी मैदान में उतार सकती है। पिछले चुनाव बीजेपी 28 ओबीसी उम्मीदवारो को और कांग्रेस ने 26 उम्मीदवार को उतारा इस बार बीजेपी छत्तीसगढ़ में ओबीसी वोटरों को अपने पक्ष लाना चाहतीं हैं और छत्तीसगढ़ ओबीसी समाज की आबादी करीब 45 से 50 प्रतिशत है इस बात से आप समझ सकते हैं कि अगर छत्तीसगढ़ राजनीति में ओबीसी और आदिवासी साथ आ गये तो बीजेपी को सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।

छत्तीसगढ़ में ग़रीबी

 

छत्तीसगढ़ में ग़रीबी आंकड़े लगभग 20 प्रतिशत है , ये आंकड़े नीति आयोग द्वारा ही बताया गया है। इससे आप बड़े आसानी से समझ सकते हैं कि छत्तीसगढ़ में गरीब का क्या आलम है। लेकिन वहीं नीति आयोग के ही एक आंकड़े अनुसार 13.53 प्रतिशत लोग छत्तीसगढ़ में ग़रीबी से 2019 से 2021 की बीच निकल चुके हैं।  

छत्तीसगढ़ में चुनावी मुद्दे

छत्तीसगढ़ में चुनावी मुद्दे जो कि काफी चर्चा में चल रहा है। उसमें प्रमुख रूप से भ्रष्टाचार, किसानों के योजना, छत्तीसगढ़ियावाद , ईसाई आदिवासी और हिन्दू आदिवासी के बीच तनाव, सांप्रदायिक हिंसा, शराबबंदी , संविदा और ओबीसी का मुद्दा। छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक तनाव काफी देखने को मिला ईसाई आदिवासी और हिन्दू आदिवासी के बीच जो झड़पे लगातार ख़बरों सुनें को मिल रहा है और इस बार ऐसा भी हो सकता है कि छत्तीसगढ़ के हिन्दू आदिवासी का एकतरफा वोट बीजेपी को मिले। अगर ऐसा हो जाता तब समझ लिजिए कि सियासत के सारे पंडित इस बार छत्तीसगढ़ में फेल हो जाएंगे। 

छत्तीसगढ़ में किसका सरकार??

छत्तीसगढ़ में कुल सीटें 90 है इसमें से पिछले क़रीब 68 सीटें कांग्रेस जीती थीं जबकि बीजेपी महज 15 सीटें हासिल किया जेसीसी 2 और बसपा 5 सीटें जीती थीं। वहीं बात करें वोट शेयर का बीजेपी ने 32 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया और कांग्रेस ने 43 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। लेकिन बात 2018 का लेकिन आज परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार बन रहीं है।

90 सीटों का आंकड़ा अनुमान

कांग्रेस 45 से 60
बीजेपी 30 से 35
अन्य 00 से 10 
indtalknews.com

 

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शशिकांत कुमार युवा लेखक राजनीति, 2024 की रणभूमि पुस्तक के लेखक। पिछले कई चुनावों से लगातार ही सबसे विश्वसनीय विश्लेषक।।।
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