Maharashtra मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी सांसद संजय राउत पर कथित रूप से हमला किए जाने की घटना 1 जनवरी 2025 को बांद्रा स्थित मातोश्री में सामने आई। इस घटना ने पार्टी के भीतर मतभेदों और बढ़ते असंतोष को उजागर कर दिया है।
क्या हुआ मातोश्री में?
मातोश्री में पार्टी की बैठक के दौरान मुंबई में पार्टी की स्थिति और आगामी चुनावों को लेकर चर्चा चल रही थी। इस बीच, संजय राउत और कुछ कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हो गई। कार्यकर्ताओं ने राउत पर पार्टी की छवि खराब करने और नेतृत्व को कमजोर करने के आरोप लगाए। विवाद इतना बढ़ गया कि कार्यकर्ताओं ने राउत को एक कमरे में बंद करके उन पर शारीरिक हमला किया।
Maharashtra
BPSC 70 वीं परीक्षा विवाद: मुख्य मुद्दे और अभ्यर्थियों की मांगें
राउत ने क्या कहा?
घटना के बाद संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर चल रहे मतभेदों को हल करने की जरूरत है। राउत ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेतृत्व से एकजुट होने की अपील की। यह घटना हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद हुई, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) को केवल 20 सीटें मिलीं।
पार्टी के इस प्रदर्शन के कारण नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं, और कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है। इस घटना के बाद उद्धव ठाकरे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने स्थिति को संभालने की कोशिश की है। माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर चल रहे असंतोष को शांत करने के लिए जल्द ही बड़े कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने शिवसेना (यूबीटी) के भीतर गहराते मतभेदों को सार्वजनिक कर दिया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस पर क्या कार्रवाई करता है।