गणतंत्र दिवस 2025: मुख्य अतिथि और समारोह की झलकियां

Shubhra Sharma
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गणतंत्र दिवस
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भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। इस बार भी यह दिन भारतीय संविधान और लोकतंत्र की भावना का जश्न मनाने का एक विशेष अवसर होगा। हर वर्ष गणतंत्र दिवस पर किसी विदेशी नेता को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। आइए जानते हैं इस बार के मुख्य अतिथि और अन्य विशेष जानकारियों के बारे में।

गणतंत्र दिवस
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गणतंत्र दिवस 2025 के मुख्य अतिथि

2025 के गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। हालांकि, भारत सरकार की ओर से अभी तक इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

26 जनवरी का इतिहास: भारतीयों के लिए एक सुनहरा दिन

  • यह निमंत्रण भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक है।
  • इंडोनेशिया भारत के लिए रणनीतिक साझेदार है, खासतौर पर दक्षिण पूर्व एशिया में।
  • राष्ट्रपति प्रबोवो का दौरा आर्थिक, सांस्कृतिक और सैन्य सहयोग को और मजबूती प्रदान करेगा।

मुख्य अतिथि के चयन का महत्व

गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के चयन में भारत की कूटनीति और वैश्विक संबंधों का ध्यान रखा जाता है।

  • 2024 में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि थे।
  • यह परंपरा भारत की अंतरराष्ट्रीय दोस्ती और बहुपक्षीय संबंधों को उजागर करती है।

गणतंत्र दिवस 2025 के समारोह की विशेषताएं

  1. राजपथ पर भव्य परेड (अब कर्तव्य पथ)

हर साल की तरह इस बार भी कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की भव्य परेड होगी।

  • सांस्कृतिक झांकियां: देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, कला और परंपरा को झांकियों के माध्यम से दिखाया जाएगा।
  • सैन्य शक्ति का प्रदर्शन: भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के आधुनिक हथियार, टैंकों और विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा।
  • लोक नृत्य और संगीत: अलग-अलग राज्यों के पारंपरिक नृत्य और संगीत भारतीय संस्कृति की विविधता को दर्शाएंगे।
  1. वीरता पुरस्कार और सम्मान समारोह

गणतंत्र दिवस के मौके पर सेना और आम नागरिकों को उनकी बहादुरी के लिए *परमवीर चक्र, *महावीर चक्र और अशोक चक्र जैसे सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

  1. विदेशी अतिथि के सम्मान में रात्रिभोज

मुख्य अतिथि राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष रात्रिभोज में भाग लेंगे, जिसमें विभिन्न देशों के राजनयिक और गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।

भारत-इंडोनेशिया संबंध: एक ऐतिहासिक दृष्टि

  • सांस्कृतिक संबंध: भारत और इंडोनेशिया के बीच प्राचीन काल से सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं।
  • आर्थिक सहयोग: दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं।
  • सुरक्षा सहयोग: हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है।

गणतंत्र दिवस का महत्व

गणतंत्र दिवस भारत के लोकतंत्र और संविधान की स्थापना का प्रतीक है। यह दिन हमें हमारे अधिकारों और कर्तव्यों की याद दिलाता है और यह प्रेरणा देता है कि हम अपने देश को सशक्त और प्रगतिशील बनाएं।

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