ऑपरेशन सिंदूर: 7 मई 2025 की सुबह जैसे ही दुनिया ने आंखें खोलीं, पाकिस्तान में तबाही के दृश्य उभर चुके थे। भारत ने अपने सबसे सटीक और रणनीतिक सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम देकर ये दिखा दिया है कि अब वो सिर्फ सहन नहीं करेगा, बल्कि हर ज़ख्म का जवाब दुगनी तबाही से देगा।

ऑपरेशन सिंदूर
इस ऑपरेशन की पृष्ठभूमि 22 अप्रैल को बिछी, जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीयों की जान चली गई। सब जानते हैं इस कायराना हमले की जड़ें पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से जुड़ी हैं, और जवाब में भारत ने ऐसा प्रहार किया कि दुश्मन जमीन भी काँप उठी।
भारत ने 7 मई को तड़के 1:30 बजे राफेल और सुखोई जैसे घातक फाइटर जेट्स के साथ पाकिस्तान के बहावलपुर, लाहौर, मुरिदके और POK के 9 आतंकी अड्डों पर हमला बोला। 9 आतंकी अड्डों को नास्तनाबूद कर दिया गया। लेकिन सबसे बड़ी सफलता रही जैश-ए-मोहम्मद के सुप्रीम कमांडर अब्दुल रऊफ अजहर का अंत।
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यह वही रऊफ था, जो 1999 के IC-814 विमान अपहरण, डैनियल पर्ल की हत्या और पुलवामा जैसे घातक हमलों का मास्टरमाइंड था। मसूद अजहर का सगा भाई और भारत का दुश्मन नंबर 1—अब मौत की नींद सो चुका है।
भारत ने सिर्फ आतंकियों को ही नहीं मारा, बल्कि पाकिस्तान के लाहौर स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। राफेल से छोड़ी गई SCALP मिसाइल और हैमर बम ने सटीक निशाना साधते हुए पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को ऐसा तोड़ा कि वह आसमान से अंधा हो गया। 14 से अधिक टारगेट एक के बाद एक पल में राख बन गए।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात भारत के 15 से अधिक सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले करने की कोशिश की। हालांकि, भारत ने रूस से प्राप्त S-400 “सुदर्शन चक्र” एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग करके इन हमलों को विफल कर दिया ।
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने 12 भारतीय ड्रोन मार गिराए, जिनमें से कुछ कराची और लाहौर जैसे शहरों में थे। हालांकि, भारत ने इन दावों का खंडन किया है।
भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्टि की कि ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें कई विदेशी आतंकी भी शामिल थे। भारत का एक भी जवान हताहत नहीं हुआ और न ही कोई विमान गिरा। पाकिस्तान भले ही अपने मीडिया में झूठा राग अलापता रहा कि उसने 5 भारतीय जेट और 25 ड्रोन गिराए, लेकिन भारत ने सैटेलाइट इमेज और ऑपरेशनल डेटा से सबूत पेश कर दिए—”हमने मारा है, गिन-गिन के मारा है!”
पाकिस्तानी संसद में इस हमले के बाद बौखलाहट का आलम है। ISI और सेना पर सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी जनता ने अपने ही नेतृत्व को कोसना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ भारत में जश्न का माहौल है—देश के हर कोने से सिर्फ एक आवाज़ गूंज रही: “जय हिंद!”
और अभी ये अंत नहीं है आप इसे चैप्टर वन समझ सकते हैं अभी तो पाकिस्तान की बर्बादी की दास्तान पूरी तरह लिखना बाकी है इस बार की लड़ाई आर पार की होगी। ऑपरेशन सिंदूर इतिहास में उस अध्याय की तरह दर्ज होगा, जो आने वाली पीढ़ियों को ये सिखाएगा कि भारत अब सिर्फ शांति का प्रतीक नहीं, बल्कि न्याय का रक्षक और आतंक का विध्वंसक है।