durga puja history दुर्गा पूजा यानी पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा त्यौहार जिसे पूरे भारत में नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि यानी 9 दिन दिन में मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है तथा दसवें दिन विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है।
बुराई पर अच्छाई की जीत के त्योहार दुर्गा पूजा का इतिहास भी काफी लोकप्रिय रहा है और दुर्गा पूजा को विशेष रूप से अलग-अलग राज्यों में कई नाम से जाना जाता है जिसकी जानकारी हमने इस आर्टिकल में दिए हैं और आपको दुर्गा पूजा के इतिहास के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना होगा।
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दुर्गा पूजा 2024 में कब मनाई जाएगी?
दुर्गा पूजा या शारदीय नवरात्रि 2024 में 3 अक्टूबर 2024 से लेकर 11 अक्टूबर तक मनाई जाएगी तथा 12 अक्टूबर 2024 को विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाएगा। शारदीय नवरात्रि हर वर्ष पितृपक्ष के बाद ही मनाई जाती है तथा पितरों की विदाई के बाद मां दुर्गा का स्वागत किया जाता है जिसके लिए 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। महा अष्टमी और महानवमी को कन्या पूजन किया जाता है जिसमें कुंवारी कन्याओं को भोजन कराकर श्रृंगार का सामान दिया जाता है।
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दुर्गा पूजा का इतिहास
दुर्गा पूजा का इतिहास हम हिंदू पौराणिक कथा की मदद से समझ सकते हैं। हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार महिषासुर नाम का एक राक्षस हुआ करता था जिसने कठोर तपस्या के बाद ब्रह्मा को प्रसन्न किया था तथा ब्रह्म के वरदान से वह अमर हो गया था लेकिन उसने इस वरदान का गलत फायदा उठाते हुए अपना अत्याचार लोगों पर बरसाना शुरू कर दिया और उसका अत्याचार दिन प्रतिदिन इतना बढ़ गया कि वह देवताओं को भी प्रताड़ित करने लगा। अब देवताओं ने ब्रह्मा विष्णु और महेश यानि भगवान शिव को यह समस्या बताएं लेकिन ब्रह्मा के दिए हुए वरदान के मुताबिक महिषासुर का वध कोई भी देव या पुरुष नहीं कर सकता था। अब ब्रह्मा विष्णु और महेश देवी आदि शक्ति के पास गए और देवी आदि शक्ति से ही मां दुर्गा प्रकट हुई। मां दुर्गा और महिषासुर के बीच 9 दिनों तक घमासान युद्ध चला और दसवें दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया इसीलिए मां दुर्गा की उपासना करने के लिए 9 दिनों तक शारदीय नवरात्रि या मां दुर्गा पूजा का आयोजन पूरे भारत में किया जाता है।
दुर्गा पूजा को अलग-अलग राज्यों में किन नामों से बुलाया जाता है?
दुर्गा पूजा का इतिहास बुराई पर अच्छाई की जीत का सबसे बड़ा पर्व माना ही जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि दुर्गा पूजा को कई अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से भी बुलाया जाता है। ऐसे तो दुर्गा पूजा का त्योहार भव्य एवं विशाल रूप में पश्चिम बंगाल,असम, उड़ीसा में मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा को शुभो महालय, दुर्गा पूजा, पूजो आदि नाम से जाना जाता है जबकि असम और उड़ीसा में इसे शरोदोत्सब तथा गुजरात, दिल्ली, मुंबई, केरल, उत्तराखंड और हिमाचल में इस नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।