DhanterasPUJA 2024: रोशनी का पर्व दिपावली का शुभारंभ धनतेरस के अवसर से होता है। छोटी दीपावली की एक दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस बार दीपावली दो दिन 31 और 1 नवंबर को हैं। ऐसे में लोगों के बीच कन्फ्यूजन है कि धनतेरस का त्योहार कौन से दिन मनाए जाए 29-30 में से कौन से तारीख दी धनतेरस मनाया जाएगा।
DhanterasPUJA 2024
धनतेरस 2024 डेट (Dhanteras 2024 Date)
2024 में धनतेरस का पंचांग के मुताबिक त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर 2024, सुबह 10.31 मिनट पर होगी. वहीं त्रयोदशी तिथि अगले दिन 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1.15 मिनट तक रहेगी।
ऐसे में धनतेरस मंगलवार 29 तारीख को मनाया जाएगा। धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त 6.31 से लेकर रात 8.13 मिनट तक. इस दौरान धनतेरस की पूजा के लिए आपको कुल 1 घंटा 42 मिनट का समय मिलेगा।
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धनतेरस का हमेशा से प्रदोष काल में ही करनी चाहिए। इस दिन चौघड़िया मुहूर्त में पूजन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन स्थिर लग्न में अगर पूजन किया जाए तो लक्ष्मीजी घर में ठहर जाती है। इसीलिए प्रदोष काल के वक्त जब स्थिर लग्न प्रचलित होता है तो पूजन करना शुभ माना गया है। इसीलिए धनतेरस पूजन के लिए यह समय सबसे शुभ समय माना जाता है। साथ ही वृषभ लग्न को स्थिर माना गया है।
पूजा सामग्री:
गणेश जी की मूर्ति
लक्ष्मी जी की मूर्ति
धन्वंतरि जी की मूर्ति
दीपक
अगरबत्ती
फूल
रोली
चंदन
अक्षत
नारियल
मिठाई
फल
नई धातु की वस्तुएं (सोना, चांदी, तांबा आदि)
धनतेरस पुजा विधी
पूजा सामग्री:
गणेश जी की मूर्ति
लक्ष्मी जी की मूर्ति
धन्वंतरि जी की मूर्ति
दीपक
अगरबत्ती
फूल
रोली
चंदन
अक्षत
नारियल
मिठाई
फल
नई धातु की वस्तुएं (सोना, चांदी, तांबा आदि)
पूजा विधि:
सबसे पहले घर को साफ-सुथरा करके पूजा स्थल को सजाएं।
गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करें और उनका पूजन करें।
इसके बाद लक्ष्मी जी और धन्वंतरि जी की मूर्ति को स्थापित करें।
दीपक जलाएं और अगरबत्ती जलाएं।
फूल, रोली, चंदन, अक्षत आदि चढ़ाएं।
नारियल को तोड़कर अर्पित करें।
मिठाई और फल चढ़ाएं।
नई धातु की वस्तुएं को पूजा स्थल पर रखें।
मंत्रों का जाप करें आरती करें।
प्रसाद बांटें।
उम्मीद करते हैं कि आपको ये लेख पसंद आया होगा।