बिहार की सियासत इन दिनों लगातार गरमा रही है। पहले वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल हुआ और अब कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक AI जनरेटेड वीडियो जारी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि पीएम मोदी के सपनों में उनकी दिवंगत मां आती हैं और उनसे राजनीति को लेकर सवाल करती हैं। वीडियो सामने आते ही बीजेपी, जेडीयू और अन्य दलों ने कांग्रेस पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं।
क्या है कांग्रेस का AI वीडियो?
बिहार कांग्रेस ने अपने एक्स (Twitter) हैंडल पर 36 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया। इसमें एक महिला, जो प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन जैसी दिखाई देती है, सपने में पीएम से मिलती है। संवाद में महिला कहती है – “पहले तो तुमने मुझे नोटबंदी की लाइनों में खड़ा किया, फिर मेरे पैर धोकर रील बनाई और अब बिहार में मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हो। राजनीति के नाम पर कितना गिरोगे?”
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया – “साहब के सपनों में आईं मां, देखिए रोचक संवाद।”
इस पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया।
बीजेपी का पलटवार
भारतीय जनता पार्टी ने इस वीडियो को प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ सीधा अपमान बताया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा – “राहुल गांधी अब इतना नीचे गिर चुके हैं कि अपनी मां की इज्जत का ख्याल नहीं रखते। वे दूसरों की मां का क्या सम्मान करेंगे?” उन्होंने आगे मांग की कि कांग्रेस पर कानूनी और सामाजिक कार्रवाई होनी चाहिए।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “यह बिहार की संस्कृति और संस्कार से दूर जाने का प्रतीक है। जनता इसका जवाब देगी और कांग्रेस को सबक सिखाएगी।”
बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा – “कांग्रेस पार्टी अब नीचता की पराकाष्ठा पर पहुंच गई है। मां और बेटे की भावना की कद्र किए बिना इस तरह का वीडियो जारी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
जेडीयू का रुख
जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने भी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा – “कांग्रेस से गांधीवादी विचारधारा की उम्मीद करना बेकार है। पीएम और उनकी मां का अपमान कांग्रेस नेताओं की मानसिकता को उजागर करता है। इस वीडियो के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।”
आरजेडी और विपक्ष की प्रतिक्रिया
जहां बीजेपी और जेडीयू कांग्रेस पर हमलावर दिखे, वहीं राजद (RJD) ने इसे इमोशनल कार्ड बताया। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा – “बिहार में रोज हत्याएं हो रही हैं, बेरोजगारी से माताएं-बेटियां परेशान हैं। बीजेपी को उनकी पीड़ा पर भी ध्यान देना चाहिए। कांग्रेस के वीडियो को मुद्दा बनाकर बीजेपी असली सवालों से ध्यान भटका रही है।”
स्वतंत्र सांसद पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा – “ऐसे संस्कार केवल भाजपा ही दे सकती है।”
विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद अचानक नहीं भड़का। दरअसल, 27 अगस्त को दरभंगा में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री को उनकी मां के नाम पर गाली दी गई थी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। इसके बाद 2 सितंबर को पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर भावुक होकर कहा था – “मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। वह अब इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी कांग्रेस और आरजेडी के मंच से उन्हें गाली दी गई। यह पीड़ा सिर्फ मेरे दिल में नहीं, बिहार के लोगों के दिल में भी है।”
राजनीति में AI का नया हथियार
इस पूरे विवाद ने एक और पहलू को उजागर किया है – राजनीति में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का बढ़ता इस्तेमाल। पहले बीजेपी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का AI वीडियो जारी किया था और अब कांग्रेस ने पीएम मोदी का। दोनों ही मामलों में वीडियो ने राजनीति का पारा चढ़ा दिया। सवाल ये उठता है कि क्या आने वाले चुनावों में AI वीडियो एक नया चुनावी हथियार बन जाएगा?
निष्कर्ष
कांग्रेस के इस AI वीडियो ने बिहार की राजनीति को और भी गर्मा दिया है। बीजेपी इसे पीएम और उनकी मां का अपमान बता रही है, जबकि कांग्रेस पर हमले और तेज हो गए हैं। दूसरी ओर, विपक्ष इसे इमोशनल कार्ड मानकर मुद्दों से ध्यान भटकाने की रणनीति बता रहा है। लेकिन इतना तय है कि आने वाले दिनों में यह विवाद और गहराएगा और 2025 के चुनावी माहौल पर इसका असर भी जरूर देखने को मिलेगा।

