कांग्रेस घुसपैठियों को बचा रही, तेजस्वी यादव की यात्रा चुनावी नाटक : सांसद शांभवी चौधरी

Shubhra Sharma
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप और रैलियों का दौर लगातार जारी है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की युवा सांसद शांभवी चौधरी ने एक बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीति को और गरमा दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस और उसके नेताओं राहुल गांधी व तेजस्वी यादव पर हमला बोला है।

शांभवी चौधरी ने गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों (illegal immigrants) को बचा रही है। साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव की चल रही ‘बिहार अधिकार यात्रा’ को महज चुनावी नाटक बताया।


अमित शाह के बयान पर शांभवी चौधरी का समर्थन

दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस अवैध घुसपैठियों को बचाकर उन्हें वोट बैंक में बदलने की कोशिश कर रही है। इस पर शांभवी चौधरी ने पूरी तरह सहमति जताई और कहा कि अमित शाह ने बिल्कुल सही कहा है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग द्वारा चलाया जा रहा स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) बेहद जरूरी है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि केवल भारतीय नागरिक ही मतदाता सूची में शामिल हों और मतदान का अधिकार प्राप्त करें।

उनका कहना था कि “मतदान लोकतंत्र का सबसे पवित्र अधिकार है। इसे हर हाल में शुद्ध और पारदर्शी रखना चाहिए। कांग्रेस इस प्रक्रिया का विरोध कर रही है, जबकि यह भारतीय नागरिकों के हित में है। राहुल गांधी का यह रुख साफ बताता है कि वे देश के नागरिकों के बजाय घुसपैठियों के साथ खड़े हैं।”


राहुल गांधी पर तीखा हमला

शांभवी चौधरी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी करारा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी जानबूझकर वोटर वेरिफिकेशन और SIR जैसी प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस की मंशा अवैध घुसपैठियों को बचाना और उन्हें वोटर बनाकर चुनावी फायदा उठाना है।

उनका कहना था –
“राहुल गांधी देश के नागरिकों के पक्ष में नहीं हैं, बल्कि वे घुसपैठियों की मदद कर रहे हैं। यही उनकी राजनीति का आधार है। यह देशहित में नहीं, बल्कि केवल उनकी पार्टी के स्वार्थ के लिए है।”


तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर निशाना

शांभवी चौधरी ने तेजस्वी यादव की पांच दिवसीय बिहार अधिकार यात्रा को भी जमकर आड़े हाथों लिया। तेजस्वी इस यात्रा को बेरोजगारी, महंगाई और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मुद्दे से जोड़ रहे हैं। लेकिन शांभवी चौधरी ने इसे सिर्फ चुनावी नाटक करार दिया।

उन्होंने कहा कि –
“तेजस्वी यादव हर बार चुनाव से ठीक पहले यात्राएं शुरू करते हैं। पिछले चुनाव के बाद वे गायब हो गए थे। तब उन्होंने बिहार के विकास के लिए कुछ नहीं किया। अब फिर चुनाव सिर पर आते ही यात्राओं का नाटक शुरू हो गया है। लेकिन जनता सब समझ रही है। इस बार बिहार की जनता नीतीश कुमार और एनडीए के साथ है।”

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“तेजस्वी अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार नहीं”

सांसद शांभवी चौधरी ने तेजस्वी यादव की राजनीतिक हैसियत पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव छात्रों को पेन बांटने के नाम पर “फेंकते हैं”, जो शिक्षा और मां सरस्वती के प्रतीक का अपमान है।

उन्होंने तीखे अंदाज में कहा –
“तेजस्वी यादव की मानसिकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। उनकी अपनी पार्टी तक उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने के लिए तैयार नहीं है। जब खुद की पार्टी ही भरोसा नहीं करती, तो जनता क्यों करेगी?”


कांग्रेस और आरजेडी पर संयुक्त हमला

शांभवी चौधरी ने कांग्रेस और आरजेडी दोनों को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का गठजोड़ केवल चुनाव तक ही चलता है।

उनका कहना था –
“राहुल गांधी ने अपनी वोटर अधिकार यात्रा में तेजस्वी यादव जैसे क्षेत्रीय सहयोगियों का इस्तेमाल किया। लेकिन अब वे अकेले यात्रा कर रहे हैं। यह दिखाता है कि कांग्रेस का मकसद केवल इस्तेमाल करना है, न कि वास्तविक गठबंधन निभाना।”


बिहार की जनता और एनडीए का समर्थन

शांभवी चौधरी ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता इस बार भी एनडीए के साथ है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार में वास्तविक विकास हुआ है।

उन्होंने कहा कि –
“बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर शोर मचाने वाले विपक्ष के पास कोई ठोस योजना नहीं है। वहीं एनडीए ने सड़क, बिजली, शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में काम किया है। जनता को सब याद है और इस बार भी एनडीए की जीत सुनिश्चित है।”


बिहार अधिकार यात्रा बनाम एनडीए का विकास एजेंडा

तेजस्वी यादव की यात्रा जहां 10 जिलों (जहानाबाद, नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और वैशाली) को कवर कर रही है, वहीं एनडीए इसे केवल चुनावी स्टंट बता रहा है।

शांभवी चौधरी ने कहा कि –
“ऐसी यात्राओं से बिहार का भला नहीं होगा। असली विकास काम से होता है, न कि नारों और यात्राओं से।”


चुनावी माहौल और असर

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन (कांग्रेस-आरजेडी) और एनडीए (भाजपा-जेडीयू-लोजपा रामविलास) आमने-सामने हैं। चुनाव से पहले कांग्रेस और आरजेडी लगातार युवाओं, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे को उठाकर माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं एनडीए अपने कामकाज और सुशासन के नाम पर वोट मांग रही है।

शांभवी चौधरी के इस बयान से साफ है कि एलजेपी-रामविलास पूरी तरह से एनडीए की रणनीति के साथ खड़ी है और कांग्रेस-आरजेडी पर सीधे हमलावर रुख अपनाए हुए है।


निष्कर्ष

सांसद शांभवी चौधरी का बयान बिहार की चुनावी राजनीति को और गरमा देता है। उन्होंने कांग्रेस पर घुसपैठियों को बचाने का आरोप लगाया, राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि वे देश के नागरिकों के बजाय घुसपैठियों के साथ हैं। वहीं तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ को चुनावी नाटक बताते हुए साफ कर दिया कि एनडीए को इन यात्राओं से कोई खतरा नहीं है।

उनका विश्वास है कि बिहार की जनता विकास और स्थिरता के नाम पर एक बार फिर एनडीए के साथ खड़ी होगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इन हमलों का कैसे जवाब देता है और चुनाव में जनता का रुख किस ओर जाता है।

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