Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव का दावा – बिहार की जनता में मौजूदा सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा

Shubhra Sharma
6 Min Read

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के माध्यम से जनता के बीच सक्रिय रूप से संदेश पहुंचा रहे हैं। यात्रा के दूसरे दिन तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उन्हें बिहार की जनता का भारी समर्थन मिल रहा है और हर स्थान पर उनके मार्च में हजारों लोग शामिल हो रहे हैं।

पटना में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग मौजूदा सरकार से नाराज हैं। उनके अनुसार भ्रष्टाचार, उगाही और अपराध में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे आम जनता अपने घरों और निजी जीवन में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि बिहार में सरकारी कार्यालयों और पुलिस स्टेशनों में उगाही बढ़ गई है और आम लोगों को अपने अधिकार सुरक्षित कराने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

बिहार अधिकार यात्रा’ – युवाओं, महिलाओं और शिक्षा के लिए

तेजस्वी यादव ने यह यात्रा खासतौर पर युवाओं के लिए रोजगार, महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा, शिक्षकों के सम्मान और बेहतर स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रणाली सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा बिहार के उन जिलों को भी कवर कर रही है, जो कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में शामिल नहीं थे।

आरजेडी के सांसद संजय यादव ने बताया कि इस मार्च का उद्देश्य राज्य के नागरिकों तक पार्टी के वादों और योजनाओं को सीधे पहुंचाना है। तेजस्वी ने कहा, “हम जहां भी जाते हैं, वहां की जनता हमारा स्वागत करती है। लोग अपनी समस्याओं और सरकार के खिलाफ गुस्से को व्यक्त कर रहे हैं।”

यात्रा की स्थिति और मार्ग

‘बिहार अधिकार यात्रा’ का शुभारंभ जहानाबाद से हुआ था और यह 20 सितंबर को वैशाली में समाप्त होगी। इस दौरान यात्रा बेगूसराय, खगड़िया और मधेपुरा जिलों को भी कवर करेगी। तेजस्वी यादव ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि बिहार की जनता को यह संदेश पहुंचाया जाए कि उनके सत्ता में आने के बाद राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त और अपराध मुक्त सरकार होगी।

यात्रा के दौरान तेजस्वी ने जनता से संवाद करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार भ्रष्टाचार और उगाही को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्लॉक कार्यालय और पुलिस स्टेशनों में आम जनता पर अवैध दबाव डाला जा रहा है। उनके अनुसार, यह स्थिति लोगों को अपने घरों में भी असुरक्षित महसूस करवा रही है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

तेजस्वी यादव की यात्रा पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के साथ यात्रा करनी चाहिए, ताकि वे राज्य में हुए विकास का आकलन कर सकें। गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि एनडीए के नेतृत्व में बिहार में विकास कार्य हुए हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

साथ ही, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी इस यात्रा पर कटाक्ष किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को “एक्सपायर्ड दवाएं” बताते हुए आरोप लगाया कि ये नेता भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को खत्म करने में असफल रहे हैं।

चुनावी पृष्ठभूमि

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है। इस बार मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच होगा। तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ का उद्देश्य चुनाव से पहले जनता में अपनी पकड़ मजबूत करना और विपक्ष की भूमिका को सुदृढ़ करना है।

जनता की प्रतिक्रिया

तेजस्वी यादव ने बताया कि यात्रा के दूसरे दिन पटना समेत कई जगहों पर हजारों लोग सड़कों पर उतरकर उनका स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “लोग हमें अपने घरों में सुरक्षित महसूस नहीं करने के बारे में बता रहे हैं और यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि हम उनकी आवाज को विधानसभा में पहुंचाएं।”

यात्रा में शामिल लोग और समर्थक मानते हैं कि यह अभियान युवाओं, महिलाओं और शिक्षकों के हित में है। साथ ही यह अभियान जनता को यह विश्वास दिलाने का प्रयास कर रहा है कि RJD की सरकार आने पर राज्य में कानून व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार होगा।

निष्कर्ष

तेजस्वी यादव की यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक मार्च नहीं है, बल्कि बिहार में चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनका उद्देश्य न केवल जनता के गुस्से और असंतोष को उजागर करना है, बल्कि अपने पक्ष में मतदाता समर्थन को भी मजबूत करना है। वहीं, एनडीए नेताओं और अन्य विपक्षी दलों की आलोचना यह दर्शाती है कि बिहार की सियासत इस चुनाव में काफी चुनौतीपूर्ण और प्रतिस्पर्धात्मक होने वाली है।

इस यात्रा और उसके प्रभाव से यह साफ है कि चुनावी माहौल गर्म होता जा रहा है। तेजस्वी यादव के दावों और जनता के समर्थन के आधार पर महागठबंधन के लिए यह चुनौती और अवसर दोनों प्रस्तुत कर रही है। बिहार में आने वाले विधानसभा चुनाव में इस यात्रा और जनता की प्रतिक्रिया का निर्णायक प्रभाव देखने को मिल सकता है।

Share This Article