बिहार सरकार इन दिनों महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए लगातार नई योजनाएँ लेकर आ रही है। विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं, और इसी बीच महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना लागू की है – मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना।
अभी तक महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना चल रही थी, जिसके तहत उन्हें छोटे स्तर पर स्वरोजगार शुरू करने के लिए ₹10,000 से लेकर ₹2 लाख तक की मदद मिल रही थी। लेकिन अब सरकार ने इससे भी बड़ा कदम उठाया है। इस नई योजना में महिलाओं को सीधे ₹10 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा, और अच्छी बात यह है कि इसमें से 50% यानी ₹5 लाख रुपये की राशि माफ हो जाएगी।
इसका मतलब है कि यदि कोई महिला बिजनेस शुरू करने के लिए ₹10 लाख का लोन लेती है तो उसे सिर्फ ₹5 लाख रुपये ही वापस करने होंगे। और वो भी बिना किसी ब्याज (interest) के।
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना क्या है?
यह योजना बिहार सरकार की मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का ही एक विशेष हिस्सा है, लेकिन इसे खासतौर पर महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएँ भी आत्मनिर्भर बनें, अपने छोटे या मध्यम स्तर के उद्योग स्थापित करें और परिवार के साथ-साथ समाज को भी आर्थिक रूप से मजबूत करें।
इस योजना के तहत:
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महिलाएँ अधिकतम ₹10 लाख तक का लोन ले सकती हैं।
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इसमें से आधा लोन (50%) सरकार की तरफ से सब्सिडी के रूप में माफ कर दिया जाएगा।
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बाकी आधा लोन (₹5 लाख) महिला को बिना ब्याज चुकाना होगा।
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इसके अलावा, सरकार महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण (Skill Development Training) भी देगी ताकि वे अपने बिजनेस को बेहतर तरीके से चला सकें।
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के उद्देश्य
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महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना – ताकि वे सिर्फ घर तक सीमित न रहें, बल्कि बिजनेस और रोजगार के क्षेत्र में भी आगे बढ़ें।
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बेरोजगारी कम करना – बिहार में बड़ी संख्या में महिलाएँ बेरोजगार हैं। इस योजना से उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे।
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आर्थिक सशक्तिकरण – महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर होगा।
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समाज में समानता – महिलाओं को रोजगार और बिजनेस में आगे लाकर समाज में समान भागीदारी को बढ़ावा देना।
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना की मुख्य विशेषताएँ
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₹10 लाख रुपये तक की मदद।
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₹5 लाख रुपये सब्सिडी (50%)।
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बाकी ₹5 लाख बिना ब्याज लौटाना होगा।
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बिजनेस शुरू करने से पहले 2 हफ्ते की ट्रेनिंग दी जाएगी।
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बिजनेस के लिए चुने गए लगभग 58 कामों पर ही लोन मिलेगा।
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इस योजना का लाभ ट्रांसजेंडर्स को भी मिलेगा।
पात्रता (Eligibility)
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महिला बिहार की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
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शैक्षिक योग्यता: न्यूनतम 12वीं पास / ITI / पॉलिटेक्निक डिप्लोमा।
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आयु: 18 से 50 वर्ष।
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बिजनेस यूनिट प्रोपराइटरशिप फर्म या पार्टनरशिप फर्म होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया (Application Process)
STEP 1 – रजिस्ट्रेशन
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ऑफिशियल पोर्टल पर जाएँ।
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लॉगिन/पंजीकरण सेक्शन में MMUY चुनें।
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आधार नंबर और पासवर्ड डालें।
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मांगी गई जानकारी भरकर फॉर्म सबमिट करें।
STEP 2 – आवेदन
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रजिस्ट्रेशन के बाद पोर्टल पर लॉगिन करें।
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डैशबोर्ड पर मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना का विकल्प चुनें।
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मांगी गई जानकारियाँ भरें।
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आवेदन सबमिट कर Acknowledgement Slip डाउनलोड करें।
जरूरी दस्तावेज़
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10वीं पास का प्रमाण पत्र (जन्म तिथि सहित)।
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12वीं पास प्रमाण पत्र।
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जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)।
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स्थायी निवास प्रमाण पत्र।
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दिव्यांग प्रमाण पत्र (अगर हो)।
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पासपोर्ट साइज फोटो।
चयन प्रक्रिया
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महिलाएँ सिर्फ अपने जिले में ही उद्योग शुरू कर सकती हैं।
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महिला आबादी के आधार पर जिलों में आवेदन बांटे जाएँगे।
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कंप्यूटराइज्ड प्रणाली से लिस्ट तैयार होगी।
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जिनका नाम आएगा, उनकी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगी।
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अंतिम लिस्ट जारी होगी और पैसा ट्रांसफर होगा।
पैसा कैसे मिलेगा?
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पहली किस्त – 2 हफ्ते की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सीधे महिला के नाम पर खुले करंट अकाउंट में पैसा भेजा जाएगा।
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दूसरी किस्त – पहली किस्त मिलने के 30 दिन के भीतर दूसरी किस्त जारी हो जाएगी।
पैसे की वापसी कैसे होगी?
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लोन की आखिरी किस्त मिलने के 12 महीने बाद से EMI शुरू होगी।
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EMI पर कोई ब्याज नहीं लगेगा, सिर्फ मूलधन (Principal Amount) ही लौटाना होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. इस योजना के तहत कितना पैसा माफ होता है?
10 लाख रुपये तक के लोन में से 50% यानी अधिकतम ₹5 लाख रुपये माफ हो जाते हैं।
Q2. इस पर कितना ब्याज देना होगा?
बिल्कुल भी ब्याज नहीं देना होगा। सिर्फ मूलधन का आधा हिस्सा लौटाना होगा।
Q3. पैसा कैसे मिलेगा?
पैसा किस्तों में मिलेगा – पहली किस्त ट्रेनिंग पूरी करने के बाद और दूसरी किस्त 30 दिन के भीतर।
Q4. क्या पहले से चल रहे लोन पर यह योजना लागू होगी?
नहीं। यह योजना सिर्फ नए बिजनेस और नए प्रोजेक्ट के लिए है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना बिहार की महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक पहल है। यह न सिर्फ उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि समाज में उनकी भागीदारी भी बढ़ाएगी।
आज के समय में जब महिलाएँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, तब बिहार सरकार का यह कदम उन्हें और मजबूत करेगा। 10 लाख तक का लोन, आधा माफ, शून्य ब्याज और स्किल ट्रेनिंग – यह किसी भी महिला उद्यमी के लिए एक सुनहरा अवसर है।
अगर आप बिहार की निवासी महिला हैं और अपना बिजनेस शुरू करना चाहती हैं तो इस योजना के लिए आवेदन जरूर करें।

