Assembly elections 2023: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा का सीधा मुकाबला होता है। इस बार भी ऐसा ही लग रहा है कि इन दोनों दलों के बीच ही सीधा मुकाबला होगा। जैसा कि पिछले बार कांग्रेस की जीत हुईं और बीजेपी के सरकार चली गई। कुछ इसी प्रकार कहानी इस बार भी होने वाला है क्योंकि राजस्थान प्रत्येक 5 साल पर सत्ता बदल जाता है।इस बार भी कुछ ऐसा ही होने के संभावना नज़र आने वाला है।
2013 विधानसभा चुनाव के नतीजे
2013 राजस्थान विधानसभा चुनाव दौरान भाजपा एकतरफा जीत हासिल किया था जिसमें बीजेपी को 163 सीटें मिला जबकि कांग्रेस को महज़ 21 सीटें, अन्य को 13 और बीएसपी को 6 सीटें मिला था।
2018 राजस्थान विधानसभा चुनाव
2018 राजस्थान विधानसभा चुनाव पर बीजेपी को 73 सीटें जबकि कांग्रेस को 99 सीटें अन्य 26 सीटें मिला था। वहीं वोटर शेयर का बात करें पिछले चुनाव में बीजेपी को 41 प्रतिशत और कांग्रेस को 40 प्रतिशत वहीं बात करें अन्य का लगभग 14 प्रतिशत वोट शेयर मिला जिसमें सबसे ज्यादा वोट शेयर मायावती के पार्टी बीएसपी को मिला।
राजस्थान में ग़रीबी के आंकड़े
राजस्थान में जो ग़रीब के आंकड़े बहुत ही चौंकाने वाले क्योंकि देश के राष्ट्रीय ग़रीबी के आंकड़े से 22 प्रतिशत है जबकि राजस्थान में ग़रीबी के आंकड़े लगभग 29.46 प्रतिशत है इसी बात से आप समझ सकते हैं कि राजस्थान के वास्तविकता क्या है । राजस्थान में ग़रीबी के मामले में 8 नंबर पर है। ये आंकड़े नीति आयोग रिपोर्ट तरफ़ से जारी किया गया है। इंडिया टुडे के रिपोर्ट को मानें तो राजस्थान में ग़रीबी आलम इस क़दर है कि वहां पर लगभग 60 प्रतिशत ज्यादा आबादी बिना गैस सिलेंडर के बिना ही रोटियां बना रहीं हैं। राजस्थान के सरकार और केन्द्र के सरकार तमान योजनाएं बावजूद भी राजस्थान में ग़रीबी के तस्वीरें नहीं बदलीं है।
1 करोड़ से ज्यादा लोग ग़रीबी से निकल चुके
नीति आयोग की एक रिपोर्ट को मुताबिक गहलोत सरकार के इस कार्यकाल में यानी इन चार साल में 1 करोड़ 8 लाख 16 हजार 230 लोग को गरीबी से बाहर आए है। ये पूरे देश में यूपी, बिहार और एमपी के बाद सर्वाधिक है। इसके लिए आप राजस्थान के सरकार की प्रसन्नता कर सकते है|
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अपराध के मामले में राजस्थान
NCRb का डाटा के अनुसार सबसे ज्यादा रेप राजस्थान में होता है। यूं कहिए कि राजस्थान महिलाओं के सुरक्षित नहीं बल्कि कि असुरक्षित प्रदेश है।
NCRb से राजस्थान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ग़लत बताया
NCRb से राजस्थान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा एनसीआरबी के इन आंकड़ों से सहमत नहीं रखते। वे कहते हैं, ‘‘एनसीआरबी के आंकड़ों में राजस्थान में महिला अपराधों की संख्या इसलिए अधिक है| क्योंकि यहां हर मामले में एफआईआर दर्ज होती है , यही कारण है कि अन्य राज्यों में जहां ढाई से 12 फीसदी तक महिला अपराध के मामले झूठे पाए जाते हैं वहीं राजस्थान में इनकी संख्या 45 प्रतिशत है। कुल दर्ज मामलों में यदि झूठे मामलों को निकाल दिया जाए तो महिला अपराधों के मामलों में राजस्थान का देश में 10वां नंबर है।
NCRb की डाटा कहती हैं कि कोविड काल से राजस्थान में अपराध बढ़ी
NCRb की डाटा कहती हैं कि कोविड काल से राजस्थान में अपराध के मामले वृध्दि देखी गई थी जिसमें प्रमुख रूप से चोरी, जबरन वसूली, बलात्कार, हत्या से संबंधित अपराध और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामले शामिल हैं।
चुनावी मुद्दे
इस बार राजस्थान में जो सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है वो जल संकट है। जब भी राजस्थान का जिक्र आता है तो पानी कमी ख्याल सबसे पहले आता है , खासकर पश्चिम राजस्थान में जल संकट बड़ा मुद्दा है ओंर वहा के स्थिति काफ़ी खराब है। वैसे वादे तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने किए लेकिन वो राजस्थान के तस्वीरें नहीं बदल सकें। इसके अन्य मु्द्दा सांप्रदायिक तनाव,पेपर लीक, पुर्वी राजस्थान में नहर परियोजना और बढ़ती अपराध है। वो मुद्दे जो कि राजस्थान में सबसे ज्यादा चर्चा में चल रहा है।
राजस्थान में जातिय गणित
राजस्थान में इंडिया टीवी और सीएनएक्स सर्वे अनुसार किस जाति किसे पसंद वो आपको बताते हैं।
राजपूत वोटर किसके साथ?
बीजेपी | 73% |
कांग्रेस | 15% |
अन्य | 12% |
बनिया अग्रवाल किसके साथ?
बीजेपी | 64% |
कांग्रेस | 20% |
अन्य | 16% |
जाट किसके साथ?
बीजेपी | 44% |
कांग्रेस | 24% |
अन्य | 32% |
गुर्जर किसके साथ?
बीजेपी | 27% |
कांग्रेस | 63% |
अन्य | 10% |
माली किसके साथ?
बीजेपी | 12% |
कांग्रेस | 84% |
अन्य | 4% |
अन्य OBC किधर?
बीजेपी | 45% |
कांग्रेस | 42% |
अन्य | 13% |
मीणा किसके साथ?
बीजेपी | 65% |
कांग्रेस | 18% |
अन्य | 17% |
भील किसके साथ?
बीजेपी | 32% |
कांग्रेस | 46% |
अन्य | 22% |
जाटव किसके साथ?
बीजेपी | 40% |
कांग्रेस | 42% |
अन्य | 18% |
मुस्लिम किसके साथ जाएगा
मुस्लिम वोटरों बात जब भी आती हैं इससे कोई दोराय नहीं कि मुस्लिम वोटर बीजेपी खिलाफ जातीं हैं, राजस्थान में इंडिया टीवी और सीएनएक्स सर्वे अनुसार देखते हैं कि इस बार मुस्लिम वोटर किसके पक्ष में है।
बीजेपी | 3% |
कांग्रेस | 92% |
अन्य | 5% |
इस बार राजस्थान किसका??
राजस्थान में टोटल 200 सीटों है इस बार किस पार्टी कितनी सीटें उसका अनुमान आज हम आपको देने जा रहें हैं। पिछले साल राजस्थान में क़रीब 41 प्रतिशत वोट शेयर मिला जबकि कांग्रेस को 40 प्रतिशत यूं कहिए वोट शेयर बढ़त होने के बाद सीटों में आंकड़ा में बड़ा अंतर बन गया इसकी बड़ी वजह थी उस समय राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जिनसे जनता गहरी नाराज़गी थीं जिस कारण से उस चुनाव में ये नारा लग रहा था कि मोदी तुझसे बैर नहीं तेरी वसुंधरा खैर नहीं यूं कहिए कि वसुंधरा राजे प्रति जो नाराजगी जनता में उसी कारण से पिछड़ा चुनाव में बीजेपी को हारना पड़ा इसलिए इस बार बीजेपी कोई मुख्यमंत्री चेहरा लेकर सामने नहीं आई।
बीजेपी | 115 से 130 |
कांग्रेस | 68 से 102 |
अन्य | 12 से 15 |