Phalodi Satta Bazar: फलोदी सट्टा बाजार के अनुमान में बड़ा फेरबदल, अब इस पार्टी के पक्ष में पलटा पासा!

Shashikant kumar
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Phalodi Satta Bazar

Phalodi Satta Bazar: हरियाणा में मतदान समाप्त हो जाने के बाद फलोती सट्टा बाजार ने अपने आंकड़े बड़ा उलटफेर किया है। जाहिर सी बात है कि इस उलटफेर के बाद बीजेपी के उम्मीदें बढ़ने लगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मिडिया से प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान स्पष्ट तौर कह दिया कि हरियाणा में बीजेपी सरकार 8 अक्टूबर को बने जा रहा है और कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी इवीएम रौना उस दिन रोयेगे।

Phalodi Satta Bazar

एक्जिट पोल कई बार ग़लत

ज़रूरी नहीं कि हर बार एग्जिट पोल आंकड़ा सही ही हो कई बार उस आंकड़े में बड़े उलटफेर हो जाता है। हालिया सबसे बड़ा उदाहरण लोकसभा इलेक्शन दौरान एग्जिट पोल के जिसमें सारे एग्जिट पोल ग़लत हुएं और इसी तरह के उदाहरण बिहार विधानसभा चुनाव 2015 और 2020 ले सकते हैं जिसमें एग्जिट पोल ने जिस सरकार बने के संभलना दिखाई परिणाम उस से विपरीत रहा। तो क्या इसी डर Phalodi Satta Bazar ने भी अपने अनुमान बड़े बदलाव किया।

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Phalodi Satta Bazar अनुमान

हम जानते हैं कि Phalodi Satta Bazar इस अनुमान के बारे में जानें को काफी बेताब हो उस आंकड़ा बताने से पहले आपको स्पष्ट तौर बता दें कि इंड टॉक किसी प्रकार सट्टा समर्थन नहीं करता है बस आपको आंकड़े बता रहें हैं। फलोदी सट्टा बाजार के जो ताजा आंकड़ा उसे मानें तो इस बार भाजपा को हरियाणा में 22-24 सीटें मिल सकता जबकि कांग्रेस को 57-59 सीटें मिल सकता है। यानी इस नये आंकड़े में भी बीजेपी के उम्मीदें ना बराबर है और हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका लग गया।

सट्टा बाजार और एग्जिट

सट्टा बाजार और एग्जिट पोल दोनों ही ये बता रहा है कि हरियाणा में बीजेपी के लिए इस बार कोई उम्मीदे नहीं बची है। हालांकि एक बार फिर से आपको बता दें कि सट्टा बाजार और एग्जिट पोल के अनुमान कई बार ग़लत हो चुका है इसलिए नहीं जरूरी नहीं है कि जो बातें सट्टा बाजार या एग्जिट पोल बता रहा वहीं चीजें 8 अक्टूबर को हो।

हरियाणा में कांग्रेस का असली टेंशन

हरियाणा में कांग्रेस असली टेंशन ये है कि पिछले बार तरह से इस बार भी क़रीब 25 सीटों पर करीबी मुकाबला है। जब हम 2019 के उदाहरण ले तो 24 सीटें ऐसी हैं जहां पर पिछले बार जीत या हार अंतर 5 हजार वोटों का था वहीं 5 से 6 सीटें ऐसी थीं जिसमें महज 1000 हजार वोटों का अंतर था। जिन सीटों पर करीबी मुकाबला हुआ उन सीटों पर भाजपा को कामयाबी मिला और इस बार भी ऐसे 25 सीटें अगर थोड़ा बहुत उलटफेर हुआ तो फिर सारे एग्जिट पोल और सट्टा बाजार अनुमान एक झटके में ग़लत हो जाएगा।

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शशिकांत कुमार युवा लेखक राजनीति, 2024 की रणभूमि पुस्तक के लेखक। पिछले कई चुनावों से लगातार ही सबसे विश्वसनीय विश्लेषक।।।